वीमेन टॉक

Arooj Aftab: पाकिस्तान की अरूज आफताब ने ग्रैमी जीत कर रचा इतिहास, 18 की उम्र मे मिली थी पहली सफलता

Arooj Aftab इस बॉलीवुड फिल्म में भी गाना गा चुकी हैं अरूज आफताब


Highlights

  • पाकिस्तानी गायक अरूज आफताब ने 2022 ग्रैमी अवार्ड्स की लिस्ट में किया अपना नाम दर्ज।
  • अरूज ग्रैनी अवार्ड के लिए नॉमिनेट होने वाली पहली पाकिस्तानी महिला है।
  • अरूज के करियर का यह पहला ग्रैमी अवार्ड है।

Arooj Aftab पाकिस्तानी गायक अरूज आफताब ने 2022 ग्रैमी अवार्ड्स में अपने गीत ‘मोहब्बत’ के लिए बेस्ट ग्लोबल म्यूज़िक परफॉरमेंस का अवॉर्ड जीत लिया है। इतना ही नहीं अरूज ग्रैनी अवार्ड के लिए नॉमिनेट होने वाली पहली पाकिस्तानी महिला हैं। आपको बता दें कि अरूज के करियर का यह पहला ग्रैमी अवार्ड है।

सऊदी अरब में जन्मीं अरूज आफताब बचपन से ही योग्यता की धनी रही हैं। अरूज मात्र 18 साल की उम्र में ही इंटरनेट सेंसेशन बन गई थीं। अरूज ने हलिलुया और अमीर ज़की की ‘मेरा प्यार’ गाकर लोगों को अपना दीवाना बना दिया था। इसी हौसले के साथ अरूज ने संगीत में अपना पूरा मन लगाना शुरू किया। अरूज ने अपने संगीत करियर की शुरूआत एक कवर आर्टिस्ट के रूप में की थी। अमेरिका के बर्कले कॉलेज से म्यूजिक प्रोडक्शन और इंजीनियर की पढ़ाई करने के दौरान वह न्यूयॉर्क चली गईं।

अगर अरूज के जीवन को एक वाक्य में समेटा जाए, तो वह एक 37 वर्षीय पाकिस्तानी हैं, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत लाहौर से की, अमेरिका के बर्कले कॉलेज ऑफ म्यूजिक से शिक्षा प्राप्त की, और अब तक तीन सिंगल  एल्बम दे चुकी हैं।

Arooj Aftab
Arooj Aftab

ग्रैमी के लिए द रिकॉर्डिंग एकेडमी ने अरूज का नाम दो पुरस्कारों के लिए नॉमिनेट किया था। बेस्ट न्यू आर्टिस्ट के अलावा उनके गाने मोहब्बत को बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक परफॉर्मेंस अवार्ड के लिए नॉमिनेट की गया था। यहाँ ताज्जुब की बात ये है कि कुछ लोग अरूज आफताब के म्यूज़िक को वर्षों से सुन रहे हैं और कुछ लोगों के लिए ये नाम कोई ख़ास जाना – पहचाना नहीं है।

नुसरत फ़तेह अली खान से प्रभावित अरूज आफताब का शास्त्रीय संगीत, गजल और कव्वाली से बचपन से ही लगाव रहा है। अरूज कहती हैं कि संगीत से उनके जुड़ाव के कारणों में से एक नुसरत फ़तेह अली खान के दुर्लभ रिकॉरडिंग्स भी हैं जिन्हें वह घंटो सुना करती थीं। अरूज कहती हैं कि वह अपनी जीवन में उर्दू शायरी से काफी प्रभावित हुई हैं। वह अपने संगीत को न्यू सूफी सेमी – पाकिस्तानी क्लासिकल कहती हैं।

ग्रैमी जीतने के बाद अरूज की एक और नई पहचान सबके सामने निकलकर आई है। सोशल मीडिया पर उन्हें ढेरों बधाईयाँ मिल रही हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो उनके संगीत से कुछ खास प्रभावित नहीं दिख रहे हैं। जबकि, कुछ लोगों का मानना है कि पाकिस्तानी कलाकारों की सराहना तभी होती है, जब उन्हें विश्व स्तर पर कोई ख्याती मिलती है, जो सही नहीं है।

वैसे आपको बता दें कि इससे पहले भी अरूज वैश्विक स्तर पर सभी की नज़रों में आ चुकी हैं। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उनका गाना मोहब्बत अपनी आधिकारिक समर 2021 प्लेलिस्ट में शामिल किया था। हफ़ीज़ होशियारपुरी की एक ग़ज़ल पर आधारित यह गाना अरूज हिट गानों में से एक है, जिसे मेहदी हसन गा चुके हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि साल 2020 में अरूज को स्टूडिंग एकेडमी अवार्ड भी दिया गया था।

एक इंटरव्यू के दौरान अरूज अपने जीवन के उस दौर के बारे में बताती हैं जब उन्होंने संगीत को ही अपनी दुनिया बनाने की ठान ली। अरूज कहती हैं वह बचपन से ही खुद को सबसे अलग मानती थीं। वह कहती हैं कि मुझे नहीं पता था कि क्या करना है और एक बार मैं एक गाना सुन रही थी और मैंने फैसला किया कि मैं इसे दिल से गा सकती हूँ। मैं दुनिया से थक चुकी थी।

अरूज कहती हैं कि 2018 में उनके भाई और उनके एक करीबी दोस्त की मौत ने उनके जीवन और संगीत पर काफी प्रभाव डाला।

अरूज आफताब ने 2015 में आई मेघना गुलजार की फिल्म तलवार के गाने इंसाफ को गाया था। इस गाने को डायरेक्टर विशाल भारद्वाज ने कंपोज किया था।

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button