Shiv Temple: ये हैं भगवान शिव के रहस्यमयी मंदिर, दर्शन मात्र से पूरी हो जाती मनोकामनाएं, जानें क्या है मान्यता
Shiv Temple: कहा जाता है कि इन मंदिरों के दर्शन से मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं। आइए जानते हैं भगवान शिव के ऐसे मंदिरों के बारे में जो अत्यधिक प्रसिद्ध हैं और जहां भक्त अक्सर जाना पसंद करते हैं।
Shiv Temple: भगवान शिव के चमत्कारी मंदिर, सभी इच्छाएं हो जातीं पूरी, जानें रोचक कहानी
भारत में भगवान शिव के कई मंदिर मौजूद हैं। उनमें से कुछ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में शामिल हैं। माना जाता है कि भगवान शिव के इन मंदिरों के दर्शन से प्रभु की कृपा प्राप्त होती है। इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि इन मंदिरों के दर्शन से मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं। आइए जानते हैं भगवान शिव के ऐसे मंदिरों के बारे में जो अत्यधिक प्रसिद्ध हैं और जहां भक्त अक्सर जाना पसंद करते हैं।
बिजली महादेव मंदिर
हिमाचल प्रदेश के मनाली से लगभग 60 और कुल्लू से लगभग 30 किमी की दूरी पर मौजूद बिजली महादेव एक चमत्कारी और रहस्यमयी मंदिर माना जाता है। समुद्र तल से लगभग 2 हजार से भी अधिक मीटर की ऊंचाई पर मौजूद इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि हर 12 साल बाद मंदिर पर आकाशीय बिजली गिरती है, जिससे शिवलिंग टूट कर बिखर जाता है और पुजारी जोड़कर फिर से पूजा-पाठ करने लगते हैं। कहा जाता है कि जो भी यहां सच्चे मन से दर्शन के लिए पहुंचता है उसकी सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं।
ऐरावतेश्वर मंदिर
वैसे तो दक्षिण भारत में एक से एक पवित्र मंदिर मौजूद हैं, लेकिन किसी रहस्यमयी शिव मंदिर की बात होती है, तो सबसे पहले ऐरावतेश्वर मंदिर का नाम जरूर शामिल रहता है। भगवान शिव को समर्पित ऐरावतेश्वर शिव मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इस मंदिर की सीढ़ियां बेहद ही खास हैं। सीढ़ियों को लेकर मान्यता है कि इन पर कदम रखते ही मधुर संगीत की ध्वनि निकलने लगती है। हालांकि, इसका कारण आज तक किसी को पता नहीं चला है, इसलिए इस मंदिर को रहस्यमयी मंदिर भी माना जाता है।
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कैलाश मंदिर
महाराष्ट्र के एलोरा की गुफाओं में मौजूद कैलाश मन्दिर भारत का चमत्कारी मंदिर के साथ-साथ एक रहस्यमयी मंदिर के रूप में भी फेमस है। कहा जाता है कि भारत एक ऐसा मंदिर है जिसे एक विशाल पत्थर को काटकर तराशा गया है। यह पत्थर पर बनाई गई दुनिया की सबसे बड़ी आकृति भी मानी जाती है। इस मंदिर की सबसे बड़ी रहस्यमयी कहानी यह है कि बिना टेक्नोलॉजी और इंजीनियरिंग के बिना इतना विशाल और सुंदर मंदिर कैसा निर्माण किया गया। मंदिर के बारे में कहा जाता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से दर्शन करने के लिए यहां पहुंचते हैं उनकी सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं। आपको बता दें कि यह पवित्र और फेमस मंदिर यूनेस्को विश्व धरोहर में भी शामिल है।
निष्कलंक महादेव मंदिर
अरब सागर के तट पर मौजूद निष्कलंक महादेव मंदिर एक फेमस मंदिर होने के साथ-साथ एक रहस्यमयी मंदिर भी है। यह मंदिर गुजरात के भावनगर में कोलियाक तट पर मौजूद है। इस पवित्र मंदिर में 5 शिवलिंग मौजूद हैं, जिन्हें स्वयंभु माना जाता है। कहा जाता है कि ये शिवलिंग खुद प्रकट हुए थे। अबर सागर के समीप होने के चलते जब समुद्र में ज्वार उठता है तो शिवलिंग पानी से ढक जाता है। इस मंदिर का इतिहास महाभारत काल से भी जुड़ा हुआ है। कहा जाता है कि इस स्थान पर पांडवों ने कई वर्षों तक तप किया था।
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एकंबरनाथ मंदिर
भगवान शिव का यह मंदिर चमत्कारी माना जाता है, जो पृथ्वी तत्व पर आधारित है। एकंबरनाथ मंदिर तमिलनाडु के कांचीपुरम में स्थित है। मान्यता है कि यहां स्थित शिवलिंग के दर्शन मात्र से शिवभक्तों के कष्ट दूर हो जाते हैं। यहां शिवलिंग बालू से बना हुआ है। इसलिए यहां जलाभिषेक नहीं किया जाता बल्कि पानी से छींटे दिए जाते हैं।
जंबूकेश्वर मंदिर
जंबूकेश्वर मंदिर को जल तत्व का प्रतीक माना गया है। यह त्रिचिरापल्ली में स्थित है। यहां शिवलिंग की लोग अप्पू लिंगम के नाम से पूजा करते हैं। मान्यता है कि कभी यहीं माता पार्वती ने जल से शिवलिंग निकालकर पूजा की थी।
केदारनाथ मंदिर
यह मंदिर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में स्थित है। इस मंदिर को चार धाम में गिना जाता है। इसके अलावा यह 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। उत्तराखंड में केदारनाथ और बद्रीनाथ ये दो प्रमुख तीर्थ स्थल हैं। केदारनाथ मंदिर के संबंध में कहा जाता है कि जो बिना केदारनाथ के दर्शन किए बद्रीनाथ की यात्रा करता है, उसकी यात्रा सफल नहीं होती।
सोमनाथ मंदिर
सोमनाथ का मंदिर गुजरात के काठियावाड़ क्षेत्र में समुद्र के किनारे स्थित है। इस मंदिर को भी 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। कहा जाता है कि इस मंदिर की महिमा का वर्णन महाभारत, गीता, और स्कंद पुराण में भी है। मान्यता ये भी है कि चंद्र देव ने शिव को अपना नाथ मानकर यहां तपस्या की थी। इस कारण इस मंदिर का नाम सोमनाथ मंदिर पड़ा।
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त्रयंबकेश्वर मंदिर
त्रयंबकेश्वर मंदिर महाराष्ट्र में गोदावरी नदी के तट पर अवस्थित है। माना जाता है कि यह मंदिर हिंदुओं की आस्था का बड़ा केंद्र है। इस मंदिर का निर्माण काले पत्थरों से किया गया है। मान्यता है कि शिव का कोई भक्त यहां से खाली नहीं लौटता है।
दक्षेश्वर शिव मंदिर
दक्षेश्वर शिव मंदिर उत्तराखंड राज्य के हरिद्वार में स्थित है। मान्यता है कि इस मंदिर में मौजूद शिवलिंग का अभिषेक करने से कई गुना अधिक लाभ मिलता है।
अमरनाथ मंदिर
अमरनाथ मंदिर जम्मू-कश्मीर राज्य में स्थित है। कहा जाता है कि इस मंदिर में दर्शन करना अत्यंत पुण्यदायी है। यह मंदिर एक गुफा के रूप में है। पवित्र गुफा में बर्फ से लगभग 10 फीट ऊंचा प्राकृतिक शिवलिंग का निर्माण होता है जोकि प्रत्येक श्रद्धालु के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है। श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आषाढ़ पूर्णिमा से रक्षाबंधन तक आते हैं।
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